शनिवार, 28 जून 2025

साहित्य का स्वरूप

मानव में सौंदर्य-भावना या विकास करने और उसे कल्याण की ओर अग्रसर करने वाली कला को साहित्य कहते हैं। ‘साहित्य’ शब्द 'सहित' में प्रयुक्त ‘सहित’ का अर्थ है – 'हित के साथ'।

साहित्य के तीन भेद विद्वानों ने किए हैं –

(1) श्रव्य साहित्य

(2) दृश्य साहित्य

(3) चित्र साहित्य

इन इन्द्रियों और भाषिक रूपों के तीनों रूपों को विवेचन करने के समाधान हेतु स्वीकार किया गया है।

साहित्य में शब्द और अर्थ, भाव और शैली भाव-साधन रहते हैं। उन सबमें हित-अर्थ अथवा कल्याण का भाव निहित रहता है।

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